महाविद्यालय में प्रवेश
आवेदन फार्म के साथ निम्नलिखित प्रपत्रों की स्वहस्ताक्षरित फोटोकापी (3 सेट) अवश्य संलग्न करें ।
- हाईस्कूल की अंक तालिका(High School Mark Sheet)
- हाईस्कूल प्रमाण-पत्र(High School Certificate)
- इण्टरमीडिएट की अंक तालिका(Intermediate Mark Sheet)
- इण्टरमीडिएट प्रमाण-पत्र(Intermediate Certificate)
- चरित्र प्रमाण-पत्र(Character Certificate)
- स्थानान्तरण प्रमाण-पत्र(Transfer Certificate)
- आरक्षण सम्बन्धी प्रमाण-पत्र(Reservation Certificate)
- माइग्रेशन सर्टिफिकेट (डाँ0 राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय फैजाबाद के छात्रों को छोड़कर केवल अन्य वि.वि. से आने वाले छात्रों पर लागू)
पहले आओ-पहले पाओ के आधार पर
- बी.एससी./बी.ए. के आवेदन पत्र प्राप्त करने की तिथि जून से प्रारम्भ अथवा के तत्काल बाद जमा कर सकते हैं (सभी कार्य दिवसों पर)
- बी.एससी./बी.ए. के आवेदन जमा करने की तिथि फार्म प्राप्त कर तुरन्त जमा कर सकते हैं। (सभी कार्य दिवसों पर)
- बी.एससी./बी.ए के आवेदन पत्र प्राप्त करने एवं जमा करने की अन्तिम तिथि (31 जुलाई अथवा फार्म की उपलब्धता तक अथवा सीटें भर जाने तक होगी) जिन अभ्यर्थियों के आवेदन-पत्र उक्त अवधि में पूर्णतया पूरित रुप से कार्यालय में प्राप्त होंगे उन्हें वरीयता क्रम एवं साक्षात्कार के आधार पर प्रवेश प्रदान किया जायेगा । प्रवेश संबंधी सूचना महाविद्यालय के सूचनापट पर प्रकाशित कर दी जायेगी । शेष छात्राओं को पहले आओ-पहले पाओ के आधार पर ही होगा ।
संचलित कक्षाए
बी.एससी.- वनस्पति विज्ञान, जन्तु विज्ञान, रसायन विज्ञान भौतिक विज्ञान एवं गणित ।
बी.ए.- हिंदी, संस्कृत, समाज शास्त्र, गृह विज्ञान, प्राचीन इतिहास, भूगोल, अंग्रेजी, राजनीति शास्त्र, शिक्षा शास्त्र, चित्र कला, सैन्य
बी.टी.सी. – सह शिक्षा, 100 सीट
प्रवेश कार्य विधि ( पहले आओ-पहले पाओ का सिद्धान्त लागू)
कक्षाओं में प्रवेश हेतु निम्नांकित कार्यविधि (Procedure) का पालन किया जायेगा ।
- सभी अभ्यर्थी बी0एससी0/बी0ए0 में प्रवेश हेतु रु0 200/- का भुगतान करके आवेदन पत्र तथा महाविद्यालय नियमावली एवं निर्देशिका प्राप्त कर सकते हैं। बिका हुआ फार्म किसी भी दशा में वापस नहीं होगा तथा B.T.C हेतु प्रवेश फार्म का मूल्य अलग होगा
- प्रवेश प्राप्त करने हेतु अभ्यर्थियों को अपने आवेदन-पत्रों को इस नियमावली की व्यवस्थाओं के अनुसार सावधानीपूर्वक भरकर तथा उस पर अपनी फोटो चिपका कर कार्यालय में निम्न प्रपत्रों के साथ जमा करना होगा ।
- हाईस्कूल अथवा समकक्ष परीक्षा उत्तीर्ण करने का प्रमाण-पत्र एवं अंकपत्र की प्रमाणित छायाप्रति ।(अपने हस्ताक्षर से प्रमाणित करें)
- जिस कक्षा हेतु आवेदन-पत्र प्रस्तुत किया जा रहा हो, उससे पिछली कक्षा के अंकपत्र की प्रमाणित छायाप्रतियां लगाना अनिवार्य होगा ।
- यदि (ii) में वर्णित पिछली सत्र अथवा उससे पूर्व उत्तीर्ण की हो तो इस तथ्य का प्रमाण-पत्र प्रस्तुत करें कि आवेदन कर्ता ने पिछले सत्र में किसी विश्वविद्यालय/महाविद्यालय में प्रवेश नहीं लिया था । जिला मजिस्ट्रेट/पुलिस अधीक्षक द्वारा इस तथ्य का प्रमाण-पत्र कि इस काल में भारतीय दण्ड संहिता (फौजदारी या लड़ाई झगड़े) के अन्तर्गत किसी मामले में वह संदिग्ध नहीं है।
- चरित्र प्रमाण-पत्र की मूल प्रति जो उस विद्यालय के प्रधानाचार्य द्वारा दिया गया हो, जहां संस्थागत छात्र के रुप में उसने अन्तिम शिक्षा प्राप्त की हो । जिन अभ्यर्थियों ने पिछली परीक्षा इसी विद्यालय से संस्थागत छात्र के रुप में उत्तीर्ण की है उसके लिए यह प्रमाण-पत्र देय नहीं है।
- जिन आवेदनकर्ता ने पिछली अन्तिम परीक्षा व्यक्तिगत रुप से उत्तीर्ण की है, उन्हें पुलिस द्वारा निर्गत चरित्र प्रमाण-पत्र, जो तीन माह से पूर्ण का न हो, जमा करना होगा ।
- स्थानान्तरण प्रमाण-पत्र (T.C) की मूल प्रति जो उस विद्यालय द्वारा प्रदान की गई हो जहाँ से अभ्यर्थी ने अन्तिम शिक्षा प्राप्त की है, प्रमाण-पत्र देना होगा। यदि छात्रा ने अन्तिम परीक्षा व्यक्तिगत परीक्षार्थी के रुप में उत्तीर्ण की है तो केन्द्र प्रमाण-पत्र संलग्न करना अनिवार्य है।
- यदि आवेदनकर्ता ने पिछली डाँ0 राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय फैजाबाद के अतिरिक्त अन्य किसी विश्वविद्यालय से उत्तीर्ण की है तो उसे उस विश्वविद्यालय द्वारा निर्गत प्रवजन प्रमाण-पत्र (Migration Certificate) देना होगा ।
- महाविद्यालय में प्रवेश पाने के लिए आवेदन-पत्र (सभी आवश्यक प्रपत्रों सहित) घोषित तिथि तक अथवा सीटें भरे जाने तक ही कार्यालय में स्वीकार किये जायेंगे। प्रथम वर्ष में प्रवेश लेने वाले अभ्यर्थियों को अपना आवेदन-पत्र जमा करते समय निर्धारित शुल्क जमा करने होंगे परीक्षा शुल्क या अन्य किसी प्रकार के अन्य शुल्क जैसे काँलेज प्रेक्टिकल आदि का भुगतान बाद में करना होगा । बी0एस0सी/बी0ए0 प्रथम वर्ष में प्रवेश हेतु निर्धारित तिथियों पर आवेदनकर्ता घोषित वरीयता क्रम के अनुसार अपने माता-पिता/अभिभावक के साथ प्रवेश समिति के संयोजक/सदस्य के समक्ष साक्षात्कार हेतु उपस्थित होकर आवेदन-पत्र/संकल्प पत्र पर हस्ताक्षर करेंगे । प्रवेश समिति की संस्तुति के पश्चात् शुल्क के रुप में निर्धारित धनराशि किसी राष्ट्रीयकृत बैंक/ ड्राफ्ट/ बैंकर्स/ चेक/ अथवा नकद सर्वोदय महाविद्यालय के पक्ष में देय होगा । यह राशि शुल्क के रुप में स्वीकृत तब समझी जायेगी, जब प्रवेश आवेदन पत्र पर प्राचार्य स्वीकृति प्रदान कर देंगे ।
- किसी भी कक्षा में प्रवेश हेतु निर्धारित अंतिम तिथि के पश्चात् किसी भी दशा में प्रवेश प्रदान नहीं किया जा सकेगा और प्रवेश हो जाने के बाद किसी भी दशा में शहर से बाहर आदि की दशा में भी कोई शुल्क वापस नहीं किया जायेगा ।
- अपूर्ण आवेदन पत्रों पर विचार नहीं किया जायेगा। किसी भी दशा में जमा शुल्क वापस नहीं होगा ।
- महाविद्यालय में बी0एससी0 / बी0ए0 में पढ़ने वाले किसी छात्र/ छात्रा को किसी भी दशा में अन्य कालेज में स्थानान्तरण हेतु भी एन0ओ0सी0 किसी भी दशा में नहीं दी जायेगी ।
प्रवेश निषेध
विश्वविद्यालय के नियमों के अन्तर्गत निम्न प्रकार के अभ्यर्थियों का प्रवेश इस महाविद्यालय में न हो सकेगा, अतः ऐसे अभ्यर्थी आवेदन पत्र प्रेषित न करें ।
- ऐसे अभ्यर्थी जिनके विरुद्ध अपने महाविद्यालय के प्रांगण में अथवा अन्यत्र किसी प्रकार के लड़ाई झगड़े के कारण अथवा दण्ड विधान के अन्तर्गत अपराध करने अथवा जिनके विरुद्ध उक्त विद्यालय/ महाविद्यालय के किसी प्राध्यापक एवं/ अथवा/ कर्मचारी के साथ अभद्र व्यवहार करने का आरोप लगाया गया हो ।
- ऐसे अभ्यर्थी जो पिछली परीक्षा में अनुचित साधन का प्रयोग करते हुए पकड़े गये हो अथवा विश्वविद्यालय द्वारा निष्कासित हो
- ऐसे अभ्यर्थी जिन्होंने प्रथम वर्ष की परीक्षा अन्य किसी विश्वविद्यालय से व्यक्तिगत परीक्षार्थी के रुप में उत्तीर्ण की हो।
- ऐसे अभ्यर्थी जो किसी अन्य संस्था से शिक्षण-प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हों।
- ऐसे अभ्यर्थी जो राजकीय या अन्य कार्यालय में सेवारत है उनका प्रवेश सेवायोजक के अनापत्ति प्रमाण-पत्र के बिना निषेध होगा ।
यदि कोई अभ्यर्थी उपरोक्त तथ्यों को छिपाकर प्रवेश प्राप्त कर भी लेता है तो सही जानकारी प्राप्त होते ही उसका प्रवेश निरस्त कर दिया जायेगा । ऐसी स्थिति में उसे किसी भी प्रकार की क्षतिपूर्ति न की जायेगी, न ही कोई शुल्क वापस किया जायेगा तथा महाविद्यालय प्रशासन द्वारा यथोचित प्रशासनिक एवं वैधानिक कार्यवाही भी की जायेगी ।
- विषय परिवर्तन
- परिचय-पत्र
- शुल्क एवं काशनमनी(भुगतान की प्रक्रिया)
- छात्र/ छात्राओं हेतु गणवेश का प्राविधान
- पुस्तकालय एवं पुस्तकें
- विश्वविद्यालय नामांकन एवं परीक्षा हेतु आवेदन-पत्र
- अनुशासनछात्र समितियों एवं विषय परिषद
- उपस्थिति एवं परीक्षाएं
- क्रीड़ा/ खेल-कूद एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम
- छात्रवृत्ति एवं विश्वविद्यालय परीक्षा
- महाविद्यालय में अनुशासन
- ध्रूमपान एवं रैगिंग प्रतिबंध
- परामर्श एवं निर्देश
- राष्ट्रीय सेवा योजना एवं प्रौढ़ शिक्षा कार्यक्रम
- परिसर सेवायोजन
- अल्पावधि सर्टिफिकेट पाठ्यक्रम
- सतर्कता की आवश्यकता
- अभिभावकों एवं संरक्षकों से निवेदन
किसी भी संकाय में स्नातक स्तर के प्रथम वर्ष में प्रवेश लेने वाले अभ्यर्थी विषयों का चयन निर्देशिका में दिये गये विषयों एवं उनके पाठ्यक्रमों को पढ़कर भलीभांति सोच समझ कर करें । काउन्सिलिंग के उपरान्त किसी भी प्रकार का विषय परिवर्तन स्वीकार्य नहीं होगा । अत्यन्त विशेष परिवर्तन पर विचार किया जा सकता है। इस हेतु अंतिम तिथि 18 से 23 जुलाई है। विषय परिवर्तन के फलस्वरुप हुई अधिक धनराशि (प्रयोगात्मक विषय के स्थान पर सैद्धान्तिक विषय लेने पर) की वापसी अथवा समायोजन किसी भी अन्य शुल्क में न हो सकेगा ।
प्रवेश स्लिप को विषय प्राध्यापकों के हस्ताक्षर के उपरांत कार्यालय में जमा करे पर परिचय-पत्र प्रदान किया जायेगा । परिचय पत्र पर प्राचार्य द्वारा हस्ताक्षर किये जाने के उपरान्त ही विद्यार्थी पुस्तकालय से पुस्तकें प्राप्त कर सकेंगे । डुप्लीकेट परिचय पत्र-रू0 100/- अर्थ दण्ड के साथ ही निर्गत किया जायेगा।
परिचय पत्र केवल एक सत्र के लिए ही वैध होगा । महाविद्यालय के प्रत्येक छात्र/ छात्रा को अपना परिचय-पत्र सदैव अपने साथ रखना होगा तथा महाविद्यालय के प्राध्यापक/ कर्मचारी द्वारा मांगे जाने पर उसे तुरन्त दिखाना होगा । मांगे जाने पर परिचय पत्र न दिखाने पर संबंधित छात्र/छात्रा को अनुशासनहीनता का दोषी समझा जायेगा । अनियमित छात्र/ छात्राओं को परिचय-पत्र नहीं प्रदान किया जायेगा ।
महाविद्यालय के छात्र/ छात्राओं को पूरे वर्ष के शुल्क का भुगतान प्रवेश के समय से निर्धारित किश्तों अथवा एक मुश्त में करना होगा । विदित रहे कि प्रत्येक छात्र/ छात्रा को सम्पूर्ण शैक्षणिक सत्र का शुल्क देना होगा । शुल्क एक मुश्त भी जमा कर सकते हैं। वार्षिक शुल्क के अतिरिक्त प्रयोगात्मक शुल्क,परीक्षा शुल्क, आदि अलग से देना होगा ।
महाविद्यालय के छात्र/ छात्राओं को निश्चित प्राविधान में आना अनिवार्य है । इस हेतु उनके लिए गणवेश का प्राविधान है । छात्राओं हेतु पिंक कुर्ता, सफेद शलवार तथा सफेद दुपट्टा निर्धारित है । बी.टी.सी. छात्राओं हेतु नीला बार्डर की सफेद साड़ी एवं नीला ब्लाउज, सफेद मोजा एवं काला जूता । छात्रों के लिए सफेद शर्ट, काला पैन्ट, सफेद मोजा एवं काला जूता निर्धारित है। महाविद्यालय में चप्पल पहनकर आना सख्त मना है। इसके लिए निर्धारित जूता/जूती एवं मोजा ही स्वीकार्य होगा ।
पुस्तकालय में पुस्तकें केवल उन्हीं छात्र/ छात्राओं को दी जायेगी जिनके पास परिचय पत्र होगा और जो पुस्तकालयों से पुस्तकें लेते समय पुस्तकालय अध्यक्ष को अपना परिचय पत्र एवं पुस्तकालय परिचय पत्र दिखायेंगे । पुस्तकालय से मात्र दो सप्ताह के लिए पुस्तकें निर्गत की जायेंगी । समय से न जमा करने पर रु0 10/- प्रतिदिन प्रति पुस्तक की दर से अर्थदण्ड देय होगा । केवल 75 प्रतिशत उपस्थिति वाले छात्र/ छात्राओं को पुस्तकालय आदि की निर्धारित किट प्रदान की जायेगी, जिसका अतिरिक्त शुल्क देना होगा ।
स्नातक प्रथम वर्ष की छात्र / छात्राओं एवं अन्य :-
विश्वविद्यालयों से आये अन्य कक्षाओं के प्रत्येक छात्र/ छात्रा को महाविद्यालय के कार्यालय से प्रवेश के समय विश्वविद्यालय के नामांकन के लिए निर्धारित प्रपत्र परीक्षा हेतु आवेदन-पत्र के साथ दिया जायेगा । जिसे भर कर कार्यालय में निर्धारित तिथि में प्रस्तुत करना होगा । सभी छात्र/छात्राओं को विश्वविद्यालय द्वारा निर्धारित परीक्षा शुल्क एवं नामांकन शुल्क अलग से देना होगा ।
पिछले अनेक वर्षों से महाविद्यालय प्रशासन को सहयोग प्रदान करने एवं महाविद्यालय में समायोजित कार्यक्रमों में रुचि उत्पन्न करने के उद्देश्य से महाविद्यालय में विभिन्न प्रकार की समितियां गठित करने की व्यवस्था है। छात्र निधि (Students Fund) के समुचित संचालन में सहयोग प्रदान करने के लिए क्रीड़ा समिति, पत्रिका समिति, अनुशासन समिति आदि के गठन की व्यवस्था है।
कक्षाओं में उपस्थित रहने का विशेष महत्व है। जो छात्र/ छात्राये लगातार पन्द्रह दिन तक कक्षाओं में अनुपस्थित रहेंगे/रहेंगी, उनके नाम स्वतः कट जायेंगे । महाविद्यालय की कोई छात्र/ छात्रा विश्वविद्यालय की परीक्षा में तभी सम्मिलित हो सकेगा जब तक कि-
- वह प्रत्येक विषय की कक्षा में पूरे सत्र में कम से कम 75 प्रतिशत उपस्थित रहा/ रही हों ।
- उसने समस्त शुल्कों का भुगतान निश्चित तिथि पर कार्यालय में कर दिया हो।
- उसका महाविद्यालय में व्यवहार संतोषजनक रहा हो । अनुपस्थिति पर फाइन चार्ज की जायेगी जिसकी अधिकतम राशि पांच सौ रुपये होगी ।
महाविद्यालय प्रशासन का यह सदैव प्रयास रहता है कि उपलब्ध सुविधाओं का अधिकतम सदुपयोग करते हुए विद्यार्थी खेल-कूद एवं पाठ्यक्रमों में अधिक से अधिक रुचि ले एवं अपनी प्रतिभाओं से अपना एवं महाविद्यालय का मान बढ़ाये ।
महाविद्यालय में क्रिकेट, बालीबाल, टेबल टेनिस, बैडमिन्टन एवं अन्य खेल-कूदों में भाग लेने की व्यवस्था है। प्रत्येक खेल के लिए आवश्यक सूचना एवं निर्देश समय-समय पर प्रसारित किए जाते हैं। साधनों को ध्यान में रखते हुए निर्णय लिया गया है कि क्रीड़ा शुल्क की आय मात्र 25 प्रतिशत इसके सामान्य प्रशासन के लिए व्यय किया जायेगा । सांस्कृतिक कार्यक्रमों में छात्र/छात्राओं का उपस्थित होना अनिवार्य है।
समिति साधनों के संदर्भ में खेलकूद की समूचित व्यवस्था हेतु सुझाव देने के लिए भी समितियों के गठन की व्यवस्था है जिनमें एक मनोनीत प्राध्यापक एवं तीनों संकायों की छात्र/ छात्राएं प्रतिनिधि सदस्य होंगे । ऐसे समिति के सदस्य किसी भी खेल में कप्तान नहीं होंगे ।
छात्रवृत्ति, शुल्क मुक्ति एवं वित्तीय सहायता महाविद्यालय में शासन एवं विश्वविद्यालय द्वारा निर्धारित संख्या एवं नियमों के अन्तर्गत छात्रवृत्ति एवं बरसरी प्रदान करने तथा पुस्तकीय सहायता देने की व्यवस्था है। पाठ्येतर कार्यक्रमों की प्रतियोगिताओं में प्रथम स्थान पाने वाले जिन छात्राओं को चयन विश्वविद्यालय टीम में होगा, उनको अर्द्ध शुल्क मुक्ति की सुविधा प्रदान की जाती है ।
जिन छात्राओं के सगे संबंधी इस महाविद्यालय में अध्ययन कर रहे होंगे, उनमें से एक को शुल्क में छूट (नियमानुसार आवश्यक होने पर) की सुविधा प्रदान करने की व्यवस्था है। यह सुविधाएं राज्य सरकार द्वारा निर्धारित आय सीमा एवं नियमों के अन्तर्गत ही दी जायेगी। महाविद्यालय में अन्य किसी प्रकार की शुल्क मुक्ति एवं वित्तीय सहायता का प्रावधान नहीं है ।
महाविद्यालय में अनुशासन बनाये रखने के उद्देश्य से प्राचार्य को सहयोग एवं सुझाव देने के लिए महाविद्यालय में नियंता परिषद(Proctorial Board) के स्थापित किये जाने की व्यवस्था है।
छात्रों से अपेक्षा की जाती है कि ये निदेशक / प्राचार्य एवं मुख्य नियंता द्वारा समय-समय पर दी गयी आज्ञाओं एवं महाविद्यालयों में लागू किये गये नियमों का पालन करें । इन नियमों का उल्लघंन करने पर दोषी छात्र/छात्राओं को दण्डित किया जायेगा ।
छात्र/ छात्राओँ को अपराध की मुख्यता के अनुरुप निम्नांकित रुपों में एक या एकाधिक दण्ड दिये जा सकते हैं।
- अर्थ दण्ड रु. 5000/-
- निलम्बन कम से कम एक सप्ताह के लिए ।
- विलम्बन छः सप्ताह तक (निलम्बन की अवधि किसी भी कक्षा में उपस्थित होने की अनुमति प्राप्त नही कर सकेगे।)
- सम्पूर्ण वर्ष के लिए महाविद्यालय से निष्कासन ।
- विश्वविद्यालय परीक्षा से वंचित किया जाना ।
महाविद्यालय प्रांगण में धूम्रपान आदि का प्रयोग करना, किसी बाहरी व्यक्ति एवं मित्र को महाविद्यालय में आमंत्रित करना, अध्यापकों एवं कर्मचारियों के प्रति अविनय या किसी बात को मनवाने के उद्देश्य से सहयोगियों को प्रशासन के विरुद्ध भड़काना, प्रदर्शन व आन्दोलन करना । किसी छात्र/ छात्रा की रैगिंग करना पूर्णतया प्रतिबंधित है। रैगिंग करते पाये जाने पर सख्त विधिक कार्यवाही की जायेगी ।
इसमें भाग लेने वाले छात्र/छात्राओं को दिये गये उपर्युक्त दण्ड के अतिरिक्त इस तथ्य का उल्लेख स्कालर रिकार्ड एवं उनके दिये जाने वाले चरित्र प्रमाण पत्र एवं स्थानान्तरण प्रमाण पत्र में भी किया जायेगा ।
प्रायः यह देखा गया है कि व्यक्ति अपने शारीरिक स्वास्थ्य के प्रति नहीं रहता । यह निष्क्रियता जाने-अनजाने समस्या बनकर जीवन में उहापोह उत्पन्न कर सकती है। समाज की इस आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए महाविद्यालय परिसर में परामर्श एवं निर्देशन केन्द्र एवं कुशल मनोवैज्ञानिक /काउंसलर के नेतृत्व में कार्यरत है।
महाविद्यालय में राष्ट्रीय सेवा योजना एवं प्रौढ़ शिक्षा कार्यक्रम संचालित किये जा रहें हैं। इस कार्यक्रमों का संचालन विश्वविद्यालय/ महाविद्यालय नियमों के अन्तर्गत योग्य कार्यक्रम अधिकारियों के निर्देशन में किया जा रहा है। इच्छुक छात्र/ छात्राएं प्रभारी अध्यापकों से सम्पर्क कर कार्यक्रम में भाग ले सकती हैं। कार्यक्रम में भाग लेने वाले छात्र/ छात्राओं को सभी सुविधाएं प्रदान की जायेगी ।
महाविद्यालय के मेधावी छात्रों के शैक्षिक, बौद्धिक एवं अनुशासन के उच्च स्तर को देखते हुए विभिन्न बहुराष्ट्रीय वित्तीय संस्थान, व्यावसायिक केन्द्र एवं काँल सेन्टर्स आदि संस्थाओं ने परिसर साक्षात्कार के आधार पर छात्राओं का सेवायोजन गत वर्षों से किया है।
वर्तमान शैक्षिक सत्र में महाविद्यालय में निम्नलिखित अल्पावधि सर्टिफिकेट पाठ्यक्रम प्रारम्भ किये जा रहे है। ये पाठ्यक्रम महाविद्यालय के नियमित पाठ्यक्रमों के अतिरिक्त होंगे । इन पाठ्यक्रमों में प्रवेश लेने वाले अभ्यर्थी के लिए यह आवश्यक नहीं है कि वह महाविद्यालय की छात्रा हो । प्रवेश संबंधी समस्त अधिकार प्राचार्य के पास सुरक्षित होंगे ।
A. Certificate in effective communication in English language.
B. Certificate Course in Forensic Science (अपराध शाखा)
C. Yoga & Prayanam.
D. Counciling and guidance.
प्रत्येक छात्र/ छात्रा अथवा उसके अभिभावक कभी भी अपनी कठिनाइयों के समाधान के लिए इस महाविद्यालय के अधिकारियों/ कर्मचारियों से सीधे सम्पर्क कर सकते हैं। उन्हें ऐसे तत्वों से सावधान रहना चाहिए जो उनके हितैषी बनकर अपने स्वार्थ की पूर्ति करने को तत्पर रहते हैं। मोबाइल/ सेल फोन लाने पर पूर्ण पाबंदी है।
अभिभावकों एवं संरक्षकों से निवेदन है कि वह प्राचार्य/ निदेशक एवं अध्यापक वर्ग से सम्पर्क बनाये रखें और अपने पुत्र/ पुत्री के कार्य कुशलता, शैक्षिक प्रगति एवं आचरण के संबंध में उनसे समय-समय पर जानकारी प्राप्त करते रहें। अभिभावकों से यह भी अपेक्षा की जाती है कि वे अपने वार्ड द्वारा प्राप्त सूचनाओं के आधार पर महाविद्यालय का शैक्षिक मूल्यांकन करते रहें । यदि अभिभावक शैक्षिक एवं अनुशासनात्मक सुधार के विषय में कोई सुझाव देना चाहते हों तो उनका स्वागत है। इस तरह के सुझाव एवं परामर्श प्राचार्य को गुप्त रुप से भी दे सकते हैं। इस महाविद्यालय में छात्र/ छात्राओं को मोबाइल रखना सख्त रुप से प्रतिबंधित है। मोबाइल प्रतिबंध के बावजूद यदि कोई छात्र/ छात्रा महाविद्यालय परिसर में मोबाइल फोन लाने/ बातें करने की दोषी पाया जायेगा तो उसे उचित आर्थिक दण्ड दिया जायेगा ।